| (i−1)3 | ||
2z3i3 = | ||
| 1+i |
| (i3 +3i2 − 3i − 1) | ||
−2iz3 = | // −2i | |
| 1+i |
| i3 − 3 − 3i − 1 | ||
z3 = | ||
| −2i(1+i) |
| −i − 3i − 4 | ||
z3 = | ||
| −2i − 2i2 |
| −4i −4 | ||
z3 = | ||
| −2i+2 |
| −2(2i+2) | ||
z3 = | ||
| −2(i−1) |
| 2i+2 | ||
z3 = | ||
| i−1 |
| 2i+2 | ||
z = p3{ | ||
| i−1 |
| (i−1)3 | ||
2i3z3 = | ||
| 1+i |
| (i3 − 3i2 + 3i − 1) | ||
−2iz3 = | ||
| 1+i |
| −i+3 + 3i −1 | ||
−2iz3 = | ||
| 1+i |
| 2i + 2 | ||
−2iz3 = | ||
| 1+i |
| 2(i+1) | ||
−2iz3 = | ||
| 1+i |
| −1 | ||
z3 = | ||
| −i |
| 1 | ||
z3 = | ![]() | |
| i |
| −1 | ||
z3 = | tak..ale to i tak dziwne ![]() | |
| i |
| π | ||
φ= | ||
| 2 |
| −1 | ||
z3 = | ||
| i |
| −1 | i | −i | −i | |||||
z3 = | * | = | = | = i | ||||
| i | i | i2 | −1 |
| 2π | π | |||
z1 = i*(cos | + isin(π − | )) | ||
| 3 | 3 |
| π | π | |||
z1 = i * ( −cos | + isin | ) | ||
| 3 | 3 |
| 1 | √3 | |||
z1 = i * (− | + i | ) | ||
| 2 | 2 |
| 1 | √3 | |||
z1 = − | i − | |||
| 2 | 2 |
| 4π | π | |||
z2 = i * (cos | + isin (π+ | ) | ||
| 3 | 3 |
|
| π | π | |||||||||||||||||
z0=1*(cos | +isin | )=cos | +isin | postac trygonometryczna | ||||||||||||||||
| 3 | 3 | 6 | 6 |
| √3 | 1 | |||
z0= | + | i postać algebraiczna | ||
| 2 | 2 |
|
| |||||||||||||||
z1=1*(cos | +isin | )= | ||||||||||||||
| 3 | 3 |
| 5π | 5π | |||
=cos | +isin | postać tryg. | ||
| 6 | 6 |
| √3 | 1 | |||
z1=− | + | i | ||
| 2 | 2 |
|
| |||||||||||||||
z2=cos | +isin | )= | ||||||||||||||
| 3 | 3 |
| 3π | 3π | |||
=cos | +isin | postac tryg. | ||
| 2 | 2 |
Dawno tego nie robiłem
Dzięki!